Health के लिए 5 बेहतरीन टिप्स
हम यहां बात करेंगे 5 बेहतरीन Health टिप्स कि, क्या करना चाहिए या क्या नहीं और क्या चीज हम कितने मात्रा में खाना सही होता है वह इसके बारे में भी देखेंगे|
चीनी (Sugar)
चीनी (Sugar) Health के लिए सही नहीं है, इसलिए हमें चीनी (Sugar) से बहुत दूरी बनानी रखनी है| चीनी का अधिक सेवन मोटापा,सुगर, मनोभ्रंश,हृदय रोग, अध:पतन,अल्जाइमर, रक्त शर्करा का स्तर, किडनी की बीमारी,गठिया,हृदय की बीमारी चीनी खाने से वजन बढ़ जाता है। यह एक प्रकार की नशे की लत की तरह है। चीनी का अधिक सेवन लिवर की विफलता का कारण बन सकता है।
तैयार खाद्य पदार्थ (Processed Food)
जो भी फूड टिन, कैन बॉटल मैं आते हैं उन्हें खाना ही नहीं चाहिए, उन्हें डस्टबिन में ही भेक दो, ये सारे फूड Health के लिए सही नहीं हैं| इन्हें खाने से Health को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। फलों और सब्जियों के अलावा ट्यूना और सैल्मन जैसी मछलियों को भी प्रोसेस किया जा सकता है। इसमें खाने के लिए तैयार पाउच, दही, पनीर और भुने हुए मेवे शामिल हैं।
शुगर, अनहेल्दी फैट और प्रोसेस्ड सामग्री से भरपूर जंक फूड त्वचा के स्वास्थ्य पर बेहद नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से एक्ने और सूजन सहित त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।
उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि मीठे स्नैक्स और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट, इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे त्वचा में एक तैलीय पदार्थ सीबम का उत्पादन शुरू हो सकता है। अधिक मात्रा में सीबम का प्रोडक्शन पोर्स को बंद कर सकता है, जिससे एक्ने की समस्या आपको परेशान करना शुरू कर देती है। इसके अतिरिक्त, प्रोसेस्ड और फ्राइड खाद्य पदार्थों के सूजन संबंधी गुण एक्ने, एक्जिमा और रोसैसिया जैसी त्वचा की स्थितियों को बढ़ा सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी
Health: ओमेगा-3 फैटी को अपने खाने में जोड़ें कर लो, ये बहुत ही फ़ायदे मंद होता है वह Health के लिए | ओमेगा 3 फैटी एसिड को छोटा करके ओमेगा 3 कहा जाता है। यह मानव शरीर के लिए जरूरी फैटी एसिड में से एक होता है। शरीर में यह प्राकृतिक रूप से नहीं बना पाता है, इसलिए इसको आहार में शामिल करने की जरूरत होती है। ओमेगा 3 फैटी एसिड पॉलीअनसैचुरेटेड वसा का एक रूप होता है, जो शरीर के लिए जरूरी होती है। इससे शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर 2 खाद्य पदार्थ
अलसी के बीज मैं पाया जाता है ओमेगा 3 फैटी एसिड
ओमेगा 3 फैटी एसिड दोनों अलसी के बीज और अलसी के बीज के तेल में पाया जाता है अलसी का बीज लाल या भूरे रंग का होता है जो हल्का सुनहरा और पीला दिखाई देता है|
Health: अलसी के बीज की बाहरी परत पचाने में बहुत मुश्किल होती है किंतु इसी में सर्वाधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं आप अलसी के बीज को किसी भी स्थानीय किराने की दुकान से खरीद सकते हैं जहां तक फ्लैक्सीड के तेल का संबंध है तो इसके तेल को खरीदने की बजाय इसके बीच को पीसाकर तेल निकालना बेहतर होता है फ्लेक्स सीड का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे आप बीज के रूप में दलिया या किसी अन्य पकवान में मिलाकर खा सकते हैं साथ ही साथ आप इसका सेवन प्रोटीन शेक और अन्य जमी हुई चीजों के साथ भी कर सकते हैं।
ओमेगा 3 फैटी एसिड का स्रोत है चिया के बीज
चिया के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो कि कई वर्षों से उर्जा के मुख्य स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है यह बीज छोटे होते हैं इनके अंदर फाइबर प्रोटीन कैल्शियम मैग्नीशियम और फास्फोरस पाया जाता है यह पूरे अनाज के विकल्प के रूप में भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं अन्य बीजों के विपरीत इन पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए हमारे शरीर को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता नहीं होती चिया के बीज दही अनाज और सलाद के ऊपर छिड़ककर भी उपयोग किए जा सकते हैं प्रत्येक दिन चिया के बीजों कि एक से दो चम्मच का उपयोग आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड की पर्याप्त मात्रा प्रदान कर सकती है।
वसायुक्त मछली (faty fish)
मांसाहार के लिए वसायुक्त मछली एक अच्छा स्रोत होता है वह स्वास्थ्य के लिए
कौन कौन सी फिश फैटी फिश होती है?
- Selmon
- Mackerel
- Tuna
- Sardines
फैटी फिश खाने के फायदे
आपके दिल के सही माना जाता है फैटी फिश
Health: अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि फैटी फिश का नियमित सेवन ट्राइग्लिसराइड्स को 25 से 30 प्रतिशत कम कर देता है। आपको बता दें कि उच्च2 कोलेस्ट्रॉ ल के साथ ट्राइग्लिसराइड्स शरीर में अवरुद्ध धमनियों, दिल के दौरे या स्ट्रो क और एक्यूडट पैंक्रियाटिस होने के खतरे को बढ़ा देता है। इसलिए आपको शरीर में ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने के उपायों के बारे में सोचना चाहिए। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि वसायुक्त मछली या फैटी फीश का सेवन दिल का दौरा और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
Health: पोषक तत्वों में उच्च है फैटी फिश
फैटी फिश महत्वपूर्ण पोषक तत्वों जैसे कि विटामिन डी और प्रोटीन में उच्च होता है। ये विटामिन डी के कुछ प्राकृतिक खाद्य स्रोतों में से एक हैं। जो ज्यादातर हमें सूर्य के एक्सपोजर से प्राप्त होता है। फैटी फिश ओमेगा -3 फैटी एसिड का बहुत ही अच्छा स्रोत है। ओमेगा -3 फैटी एसिड आपके मस्तिष्क और शरीर को बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए आवश्यक हैं। यह शरीर में हार्मोन्स के निर्माण के साथ शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करती है। यह मछली के अलावा मेवों, मूंगफली, अलसी, सूरजमुखी और सरसों के बीज में भी पाया जाता है।
Protein
Health: अपने खाने में प्रोटीन शामिल करना हे लेकिन बहोत ज्यादा मात्रा में नहीं | प्रोटीन का सेवन Health के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन ध्यान रखें कि इसे अधिक मात्रा में न लें।
Health: शाकाहारी भोजन जिनमे काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है
1. चना
एक कप (200 ग्राम) उबले हुए चने में केवल 729 कैलोरी होती है और 28 ग्राम के एक भाग में मात्र 102 कैलोरी। इसके कुल वजन के लगभग 67% हिस्से में कार्बोहायड्रेट होता है, जबकि शेष प्रोटीन और वसा (फैट) होता है। जानने योग्य बात यह है कि एक कप चना आपकी दैनिक ज़रूरत का 40% फाइबर, 70% फोलेट और 22% आयरन प्रदान करता है। इसके अलावा इसका ग्लाइकेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर इसे धीरे-धीरे पचाता है, जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है | यह ब्लड शुगर के स्तर में अचानक आने वाले उछाल को भी रोकता है।
चने में मौजूद प्रोटीन: आधे कप चने में 7.3 ग्राम प्रोटीन
2. राजमा:
राजमा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर से भरपूर होता है। राजमा-चावल भारतीय घरों में बनने वाला एक पसंदीदा व्यंजन है। स्वादिष्ट होने के अलावा यह एक पौष्टिक भोजन भी है, जिसका आनंद करी के रूप में, सलाद में टॉपिंग के रूप में या कुछ मेक्सिकन व्यंजनों के रूप में भी लिया जा सकता है।
राजमा में मौजूद प्रोटीन: आधा कप राजमा में 7.5 ग्राम प्रोटीन
3. दूध
क्या आप नियमित रूप से दूध का सेवन करते हैं? यदि आप ऐसा करते हैं, तो आपको निश्चित रूप से काफी प्रोटीन मिलता है। प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत होने के अलावा दूध कैल्शियम से भरपूर होता है और स्वस्थ हड्डियां, मजबूत दांत, एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) और चमकती त्वचा को सुनिश्चित करता है।
पूर्ण वसा (फैट) वाले दूध से बचें; ऐसे स्किम्ड (कम फैट वाले) विकल्पों की तलाश करें जो विटामिन डी से भरपूर हो।
दूध में मौजूद प्रोटीन: प्रति कप लगभग 8 ग्राम प्रोटीन