Delhi Museums: पहली गैलरी में दूसरी और तीसरी सदी के लघु चित्र, पांडुलिपियां, शाही आदेश और पत्थर के शिलालेख प्रदर्शित हैं. यहां आने वाले दर्शक प्राचीन भारतीय कला और लेखन शैली का अवलोकन कर सकते हैं. इन लघु चित्रों में उस समय की सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों की झलक मिलती है. शाही आदेश और शिलालेख उस समय के प्रशासनिक और कानूनी ढांचे को समझने में सहायक होते हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित लाल किले के भीतर स्थित पुरातत्व संग्रहालय भी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का भंडार है. यह संग्रहालय मुमताज महल के अंदर स्थित है और मुगलकाल की शिल्पकला और भव्यता को प्रदर्शित करता है. मूल रूप से ‘पैलेस म्यूजियम’ के नाम से जाना जाने वाला यह संग्रहालय तीन दीर्घाओं में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक दीर्घा एक विशिष्ट ऐतिहासिक अवधि को समर्पित है.
दिल्ली में कई म्यूजियम हैं जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करते हैं। इनमें से कुछ म्यूजियम विशेष रूप से सिंधु घाटी सभ्यता और मुगलकाल की झलक पेश करते हैं। यहां कुछ प्रमुख म्यूजियम की जानकारी दी जा रही है:
- नेशनल म्यूजियम (राष्ट्रीय संग्रहालय):
- सिंधु घाटी सभ्यता: नेशनल म्यूजियम में सिंधु घाटी सभ्यता की कई महत्वपूर्ण वस्तुएं और कलाकृतियां प्रदर्शित हैं, जिनमें मिट्टी के बर्तन, मोहरें, आभूषण और अन्य पुरातात्विक खोजें शामिल हैं।
- मुगलकाल: इस म्यूजियम में मुगलकाल की पेंटिंग्स, हथियार, वस्त्र और अन्य महत्वपूर्ण कलाकृतियां भी प्रदर्शित हैं।
- पुराना किला म्यूजियम:
- यह म्यूजियम पुराना किला परिसर में स्थित है और यहाँ भी सिंधु घाटी सभ्यता की वस्तुएं देखी जा सकती हैं। इसके अलावा, मुगलकाल के समय के अवशेष और कलाकृतियां भी यहां प्रदर्शित हैं।
- हुमायूं का मकबरा:
- हुमायूं का मकबरा एक विश्व धरोहर स्थल है और मुगलकाल की स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। यहां की संरचना और यहां मौजूद संग्रहालय मुगलकाल की झलक प्रस्तुत करते हैं।
Delhi Museums: Photos
Delhi Museums: इन म्यूजियम की कुछ प्रमुख फोटो:
- सिंधु घाटी सभ्यता:
- सिंधु घाटी के बर्तन और मोहरें:
- मुगलकाल:
- मुगल पेंटिंग्स और आभूषण:
- पुराना किला म्यूजियम:
- पुराना किला परिसर में प्रदर्शित अवशेष:
- हुमायूं का मकबरा:
- हुमायूं के मकबरे की आंतरिक सजावट:
ये म्यूजियम न केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समझने और सराहने का एक शानदार तरीका भी हैं।
Delhi Museums: संग्रहालय की दूसरी गैलरी में सिंधु घाटी सभ्यता के समय के सिक्के, कांस्य मूर्तियां, असबाब, मुहरें और शिलालेख प्रदर्शित हैं. सिंधु घाटी सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है और इस गैलरी में प्रदर्शित अवशेष उस समय की उन्नत संस्कृति और तकनीकी विकास को दर्शाते हैं. यहां के सिक्के और मुहरें व्यापार और आर्थिक गतिविधियों की साक्ष्य हैं, जबकि कांस्य मूर्तियां कला और शिल्पकला की उन्नति को दर्शाती हैं.
Delhi Museums: तीसरी गैलरी मुगल काल की शिल्पकला और भव्यता को प्रदर्शित करती है. यहां मुगल काल के चित्र, शाही वस्त्र, आभूषण और विभिन्न कलाकृतियां प्रदर्शित हैं. मुगल चित्रकला अपनी बारीकी और रंगों की विविधता के लिए जानी जाती है. इस गैलरी में प्रदर्शित चित्र मुगल सम्राटों की जिंदगी, दरबार की गतिविधियों और महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हैं. शाही वस्त्र और आभूषण मुगल दरबार की वैभवता को प्रकट करते हैं.
Delhi Museums: पुरातत्व संग्रहालय एक ऐसा स्थान है, जहां इतिहास प्रेमियों और कला प्रेमियों दोनों को ही बहुत कुछ देखने और सीखने को मिलता है. यह संग्रहालय न केवल मुगलकाल की भव्यता को प्रदर्शित करता है बल्कि सिंधु घाटी सभ्यता की उन्नत संस्कृति और शिल्पकला का भी परिचय देता है. यहां का दौरा करने पर हमें भारतीय इतिहास की विभिन्न परतों और उसकी समृद्ध धरोहर की गहरी समझ मिलती है.
Delhi Museums: पुरातत्व संग्रहालय सुबह 10 बजे से लेकर के शाम 5 बजे तक खुला रहता है. यह सप्ताह में सोमवार के दिन बंद रहता है. संग्रहालय लाल किले के अंदर स्थित है, जहां पहुंचने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन लाल किला मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 4 है.
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