Vinesh Phogat सेमीफाइनल की जीत के बाद पूरे देश को Vinesh Phogat से पदक की उम्मीद थी। लेकिन उनके वजन में 100 ग्राम की बढ़ोतरी के चलते, उन्हें फाइनल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह खबर देश के लिए किसी शोक से कम नहीं है।
वजन की समस्या और उसका परिणाम
Vinesh Phogat का वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया, जिसके चलते उन्हें फाइनल से बाहर कर दिया गया। उनके मेडल की उम्मीद भी धूमिल हो गई। खबर है कि शरीर में पानी की कमी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह सवाल उठता है कि क्या Vinesh Phogat को 100 ग्राम वजन घटाने का समय नहीं मिल सकता था।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया और बयान
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह देश का अपमान है। उन्होंने विनेश को 100 ग्राम ओवरवेट दिखाकर अयोग्य घोषित करने को अन्याय बताया। अखिलेश यादव और किसान नेता राकेश टिकैत ने भी ट्वीट करके विनेश के पक्ष में आवाज उठाई। हालांकि, ओलंपिक के नियमों के अनुसार, किसी भी प्रकार का अपवाद नहीं हो सकता।
ओलंपिक के कड़े नियम
यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियमों के अनुसार, प्रत्येक प्रतियोगिता के लिए सुबह वजन माप का आयोजन किया जाता है। यदि कोई एथलीट वजन माप में असफल हो जाता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है। 7 अगस्त 2024 को विनेश का वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया, इसलिए उन्हें स्पर्धा के लिए अयोग्य घोषित किया गया।
भारतीय ओलंपिक संघ का विरोध
भारतीय ओलंपिक संघ ने इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से कड़ा विरोध दर्ज किया है। पीटी उषा ने भी पेरिस में इस मामले पर उचित कार्रवाई की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विनेश के समर्थन में बातचीत की है।
खेल मंत्री का बयान और वित्तीय सहायता का मुद्दा
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने सदन में बताया कि विनेश फोगाट को 7045775 की वित्तीय सहायता दी गई है। उन्होंने विनेश पर सरकार द्वारा किए गए खर्च का विस्तृत विवरण दिया। हालांकि, इस वक्त में वित्तीय सहायता का विवरण देना सही नहीं माना जा रहा है।
विनेश की चुनौती और संघर्ष
विनेश फोगाट ने ओलंपिक के लिए अपने वजन को 53 से 50 किलो तक कम किया था। उन्होंने तीन-तीन कुश्तियां जीतकर फाइनल में प्रवेश किया। लेकिन, फाइनल के दिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया। विनेश पूरी रात जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग करती रहीं, लेकिन 100 ग्राम वजन कम नहीं कर पाईं।
ओलंपिक की भावना और Vinesh Phogat की जीत
ओलंपिक की भावना के अनुसार, विनेश ने खुद को बेहतर साबित किया है। भले ही उन्हें पदक न मिले, लेकिन उनकी जीत और संघर्ष को याद किया जाएगा। विनेश ने कठिन परिस्थिति में शानदार प्रदर्शन किया और पूरे देश को गर्व महसूस कराया। उनकी जीत में शामिल हर व्यक्ति उनके संघर्ष को सलाम करता है।
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