Delhi Metro New Corridor: लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर पर कुल 18 नए स्टेशन बनेंगे.आठ नए इंटरचेंज स्टेशन भी बनेंगे, जिससे बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा.
Delhi News: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 मार्च 2024 को दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण की परियोजना के दो नए कॉरिडोर पर काम को आगे बढ़ाने की इजाजत दे दी है. मोदी कैबिनेट द्वारा जिस कॉरिडोर पर काम को मंजूरी मिली है, उनमें लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर शामिल हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस फैसले से राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो कनेक्टिविटी में इजाफा होगा और दिल्ली के लोग जरूरत के हिसाब से दोंनों कॉरिडोर का लाभ सफर को बेहतर बनाने के लिए उठा पाएंगे.
डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली के लोगों को पहले से ज्यादा बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और बढ़ती भीड़भाड़ का समाधान होगा. दिल्ली मेट्रो के एक अधिकारी के मुताबिक इन दोनों गलियारों की कुल परियोजना लागत 8,399 करोड़ रुपये है, जो केंद्र, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से ली जाएगी. इन गलियारों पर मार्च 2026 तक काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ”नए गलियारों के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वर्तमान 427 किलोमीटर के मुकाबले कुल मेट्रो नेटवर्क लगभग 450 किलोटर होगा. दो नए गलियारों के लिए 8400 करोड़ रुपये के कुल खर्च में से भारत सरकार 1,547 करोड़ रुपये खर्च करेगी, दिल्ली सरकार 1,987 करोड़ रुपये खर्च करेगी, 4,309 करोड़ रुपये जेआईसीए से ऋण के रूप में आएंगे. 333 करोड़ रुपये डीएमआरसी के आंतरिक संचय से और पीपीपी घटक के माध्यम से 195 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है.”
दोनों कॉरिडोर पर बनेंगे 18 नए स्टेशन
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किमी की भूमिगत लाइनें और 10 स्टेशनों के साथ 1.028 किमी की एलिवेटेड लाइनें होंगी. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी क्योंकि इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में सक्षम होंगे.
आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर पर आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे. इनमें इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक स्टेशन शामिल हैं. आठ इंटरचेंज स्टेशन बनने से दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटर-कनेक्टिविटी में सुधार होगा.
65-70 लाख लोग रोज करते हैं मेट्रो में सफर
दोनों कॉरिडोर पर काम पूरा होने के बाद कुल 2.5 लाख नए यात्री मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेंगे.दिल्ली में फिलहाल कुल 65-70 लाख लोग मेट्रो नेटवर्क से यात्रा करते हैं. बयान में कहा गया है कि इन दोनों लाइनों की कुल लंबाई 20.762 किमी होगी. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और लाल, पीली, मैजेंटा, बैंगनी और नीली लाइनों और एयरपोर्ट लाइन के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा. जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और बैंगनी लाइन से जुड़ जाएगा.